
नई दिल्ली: दिसंबर की शुरुआत के साथ ही देश के अधिकांश हिस्सों में सर्दी ने अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है। उत्तर भारत में तापमान तेजी से नीचे गिर रहा है, जबकि दक्षिण भारत चक्रवाती तूफान ‘दित्वा’ के कारण भारी बारिश से जूझ रहा है। मौसम विभाग (IMD) का पूर्वानुमान है कि अगले 48 घंटों में देश के कई राज्यों में न्यूनतम तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की और गिरावट दर्ज की जा सकती है, जिससे ठंड और कड़ाके की हो जाएगी।
उत्तर भारत में सर्दी का कहर, तापमान में तेज गिरावट
उत्तर भारत में पिछले कुछ दिनों से तापमान लगातार गिर रहा है। पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी के कारण मैदानी इलाकों में ठंड और बढ़ गई है। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के कई हिस्सों में तापमान फ्रीजिंग पॉइंट से नीचे पहुंच गया है। हिमालयी क्षेत्रों में हुए ताजा हिमपात ने शीतलहर की स्थितियों को और तीव्र कर दिया है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और बिहार में सुबह-शाम की ठिठुरन बढ़ गई है। IMD ने इन राज्यों के लिए कोल्ड वेव अलर्ट जारी किया है। वहीं उत्तरी मध्य महाराष्ट्र और झारखंड के कुछ हिस्सों में भी शीतलहर जैसी परिस्थितियां बनने लगी हैं।
पंजाब में रिकॉर्ड ठंड: आदमपुर में पारा गिरा 2.4°C
पंजाब में पिछले 24 घंटों में तापमान में तेज गिरावट देखी गई है। आदमपुर में देश का सबसे कम तापमान 2.4°C दर्ज किया गया, जो मैदानी इलाकों में इस सीजन का अब तक का न्यूनतम स्तर है।
राज्य के अमृतसर, होशियारपुर, फरीदकोट और गुरदासपुर जैसे जिलों में भी न्यूनतम तापमान तेजी से नीचे गिरा है, जिससे सुबह और रात के समय तीखी ठंड महसूस की जा रही है।
हरियाणा और पश्चिमी राजस्थान के कुछ हिस्सों में भी तापमान 3-4°C तक पहुंच गया है, जो सामान्य से काफी नीचे है। मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के उत्तरी भागों में भी न्यूनतम तापमान में 2-3 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है।
दिल्ली में भी बढ़ेगी सर्दी, अगले 48 घंटे महत्वपूर्ण
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी शीतलहर की शुरुआत हो चुकी है। सोमवार और मंगलवार की रातों में तापमान में लगातार गिरावट देखी गई है। IMD का अनुमान है कि अगले 48 घंटों में न्यूनतम तापमान में 2-3°C की और गिरावट होगी, जिससे ठंड का असर और बढ़ेगा।
दिल्ली में सुबह के समय हवा की गति धीमी होने से कोहरा बढ़ने की संभावना है, जिससे दृश्यता पर असर पड़ सकता है। हालांकि एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) में मामूली सुधार देखा गया है, लेकिन कोहरा और प्रदूषण का मिश्रण आने वाले दिनों में चुनौतियाँ पैदा कर सकता है।
उत्तरी राज्यों में ठंड की नई लहर, IMD ने जारी की कोल्ड वेव चेतावनी
मौसम विभाग ने जिन राज्यों में शीतलहर की चेतावनी जारी की है, उनमें शामिल हैं—
- दिल्ली
- उत्तर प्रदेश
- पंजाब
- हरियाणा
- उत्तरी राजस्थान
- बिहार
- झारखंड
- उत्तरी मध्य महाराष्ट्र
इन राज्यों के कई जिलों में न्यूनतम तापमान 5-10°C के दायरे में है, जबकि कुछ स्थानों पर यह इससे भी नीचे दर्ज किया गया।
IMD ने कहा है कि दक्षिण-पश्चिमी शुष्क हवाएँ और उत्तरी पहाड़ों में बर्फबारी के कारण यह स्थिति बनी है। अगले तीन दिनों में न्यूनतम तापमान में धीरे-धीरे गिरावट जारी रहेगी।
घने कोहरे का अलर्ट: सुबह-सुबह सड़कों पर बढ़ेंगी मुश्किलें
IMD ने चेतावनी दी है कि अगले 24 घंटों में कई राज्यों में घना कोहरा छा सकता है, जिससे ट्रैफिक और हवाई यातायात प्रभावित होने की आशंका है।
घना कोहरा इन राज्यों में छा सकता है—
- असम
- मेघालय
- ओडिशा
- नागालैंड
- मणिपुर
- मिजोरम
- त्रिपुरा
- हिमाचल प्रदेश
पहाड़ी इलाकों में कोहरा और पाला दोनों बढ़ने की संभावना है, जिससे किसानों की फसलों पर भी प्रभाव पड़ सकता है।
दक्षिण भारत में ‘दित्वा’ तूफान से मूसलाधार बारिश
दूसरी ओर, दक्षिण भारत चक्रवाती तूफान दित्वा (Ditwah) से प्रभावित है। यह चक्रवात उत्तरी तमिलनाडु, पुडुचेरी और दक्षिणी आंध्र प्रदेश के तटों के पास सक्रिय है।
इसका असर सबसे अधिक चेन्नई और आसपास के तटीय जिलों—कांचीपुरम, तिरुवल्लूर और चेंगलपट्टू—में देखा जा रहा है, जहां भारी से बहुत भारी बारिश हो रही है। इससे कई स्कूल-कॉलेज बंद करने पड़े हैं और कई इलाकों में जलभराव की शिकायतें बढ़ गई हैं।
IMD का ऑरेंज अलर्ट: तेज हवाओं और बिजली गिरने का खतरा
चक्रवात के असर से 4 और 5 दिसंबर को इन राज्यों में भारी बारिश की संभावना है—
- तमिलनाडु
- पुडुचेरी
- केरल
- कोस्टल आंध्र प्रदेश
- दक्षिण आंतरिक कर्नाटक
IMD ने ऑरेंज अलर्ट जारी करते हुए कहा है कि कई स्थानों पर
- गर्जना के साथ भारी बारिश
- तेज हवाएं
- और बिजली गिरने की घटनाएं
हो सकती हैं।
मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है। तटीय सुरक्षा बलों को भी अलर्ट पर रखा गया है।
पहाड़ी राज्यों में हो सकती है बर्फबारी शुरू, सर्दी और बढ़ेगी
उत्तराखंड, हिमाचल और जम्मू-कश्मीर के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी की शुरुआत हो सकती है और ये सर्दी को और तीखा कर देगा। कश्मीर घाटी में कई स्थानों पर तापमान शून्य से नीचे पहुंच गया है।
हिमाचल में पर्यटक स्थलों पर भीड़ बढ़ने लगी है, लेकिन सड़क बंद होने और दुर्घटनाओं का खतरा भी बढ़ा है।
निष्कर्ष
देश में एक तरफ उत्तर भारत शीतलहर की चपेट में है, वहीं दक्षिण भारत चक्रवाती तूफान के प्रभाव से जूझ रहा है। आने वाले 48 घंटे मौसम की दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण होंगे। तापमान में और गिरावट, घना कोहरा, भारी बारिश और तेज हवाएँ—मौसम के ये सभी रूप कई राज्यों में जनजीवन को प्रभावित कर सकते हैं। मौसम विभाग ने नागरिकों से सतर्क रहने और आवश्यक सावधानियां बरतने की अपील की है।



