
अल्मोड़ा (उत्तराखंड), 22 नवंबर: उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के सल्ट विधानसभा क्षेत्र से शुक्रवार को एक सनसनीखेज मामला सामने आया, जब एक सरकारी इंटर कॉलेज के परिसर में झाड़ियों के बीच बड़ी मात्रा में विस्फोटक सामग्री बरामद की गई। घटना ने न केवल स्थानीय प्रशासन बल्कि सुरक्षा एजेंसियों को भी सतर्क कर दिया है।
स्कूल की झाड़ियों से मिला विस्फोटक
राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, डभरा के परिसर में यह बरामदगी उस समय हुई जब विद्यालय के प्रभारी प्रधानाचार्य सुभाष सिंह ने झाड़ियों के भीतर संदिग्ध पैकेट पड़े देखे।
उन्होंने तत्काल पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद अपर उपनिरीक्षक दीवान सिंह बिष्ट और लोमेश कुमार टीम सहित मौके पर पहुंचे।
क्षेत्र को तुरंत घेराबंदी कर सुरक्षित कर लिया गया। तलाशी के दौरान झाड़ियों से कुल 161 जिलेटिन की बेलनाकार छड़ें बरामद हुईं, जिन्हें अलग-अलग पैकेट में अच्छी तरह छिपाकर रखा गया था। जिलेटिन छड़ें उच्च क्षमता वाले विस्फोटक मानी जाती हैं।
दो स्थानों से मिला विस्फोटक
तलाशी अभियान के दौरान पुलिस ने पाया कि विस्फोटक सामग्री एक ही जगह नहीं बल्कि करीब 15–20 फीट की दूरी पर दो अलग-अलग स्थानों पर छिपाई गई थी।
यह संकेत देता है कि विस्फोटक को व्यवस्थित तरीके से, किसी योजना के तहत छिपाया गया हो सकता है।
तीन जिलों की टीमें मौके पर पहुँचीं
बरामदगी की गंभीरता को देखते हुए आसपास के जिलों की टीमें भी सहायता के लिए पहुंच गईं:
- ऊधमसिंह नगर जिला – बम निरोधक दस्ते (BDS)
- नैनीताल जिला – बम निरोधक टीम
- अल्मोड़ा जिला पुलिस – स्थानीय फोर्स
- डॉग स्क्वॉड – डॉग मौली और रैम्बो की मदद से विस्तृत सर्च ऑपरेशन
डॉग स्क्वॉड ने आसपास के पूरे क्षेत्र की सूक्ष्म तलाशी ली, ताकि कहीं और विस्फोटक छिपा न हो।
जांच किस दिशा में?
पुलिस इस बरामदगी को बेहद गंभीर मान रही है। प्रारंभिक जांच के लिए कई कोणों पर विचार किया जा रहा है:
- क्या विस्फोटक अवैध खनन में इस्तेमाल के लिए रखा गया था?
- क्या इसे किसी आपराधिक गतिविधि में उपयोग करने की योजना थी?
- क्या किसी ने इसे अस्थायी रूप से छिपाया और बाद में उठाने वाला था?
पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या किसी बाहरी व्यक्ति ने स्कूल परिसर को “लो-रिस्क एरिया” समझकर इसे यहां छिपाया।
स्थानीय लोगों में दहशत
स्कूल परिसर में बड़ी मात्रा में विस्फोटक मिलने की खबर के बाद सल्ट और आसपास के क्षेत्रों में दहशत फैल गई। ग्रामीणों का कहना है कि स्कूल जैसे सार्वजनिक स्थान में इतना विस्फोटक मिलना बेहद चिंताजनक है, क्योंकि इससे कोई भी बड़ी घटना घट सकती थी।
स्कूल प्रबंधन ने भी छात्रों की सुरक्षा को लेकर जिला प्रशासन से अतिरिक्त सुरक्षा उपाय करने की मांग की है।
अधिकारियों के बयान
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि बरामद जिलेटिन छड़ों को सुरक्षित नष्ट करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
जांच सीसीटीवी, स्थानीय इनपुट, पिछली घटनाओं और खनन गतिविधियों के आधार पर आगे बढ़ाई जा रही है।
जिला प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए यह जांच उच्च स्तर पर की जाएगी, और दोषी पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई होगी।
स्कूल परिसर से 161 जिलेटिन छड़ें मिलना उत्तराखंड में सुरक्षा व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा करता है। यह बरामदगी किसी बड़ी साजिश, अवैध गतिविधि या अनियोजित दुर्घटना—किसी भी संभावना की ओर इशारा कर सकती है। फिलहाल पुलिस और बम निरोधक टीमें मामले की परतें खोलने में जुटी हैं।



