
देहरादून, 31 अक्टूबर: देशभर में राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाई जा रही सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को राजधानी देहरादून में आयोजित यूनिटी मार्च वॉकथॉन का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम की शुरुआत घंटाघर स्थित सरदार पटेल की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि देकर की और नागरिकों के साथ पदयात्रा में शामिल हुए।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री धामी ने उपस्थित लोगों को स्वदेशी अपनाने और नशामुक्त उत्तराखंड का संकल्प भी दिलाया। उन्होंने कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल का जीवन देश की एकता, अखंडता और सेवा की मिसाल है।
“भारत के लौह पुरुष सरदार पटेल के अदम्य साहस और राष्ट्र समर्पण की भावना के कारण ही आज भारत एक सशक्त और एकीकृत राष्ट्र के रूप में खड़ा है। उनकी प्रेरणा से हमें राष्ट्रहित सर्वोपरि रखने की सीख मिलती है,” मुख्यमंत्री ने कहा।
सरदार पटेल की जयंती पर एकता और समरसता का संदेश
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि सरदार पटेल ने स्वतंत्रता के बाद देश की 560 से अधिक रियासतों को एक सूत्र में पिरोकर भारत की भौगोलिक और राजनीतिक एकता को सुनिश्चित किया। उन्होंने कहा कि आज का भारत सरदार पटेल के उस दूरदर्शी नेतृत्व और दृढ़ इच्छाशक्ति का परिणाम है, जिसने “अखंड भारत” का सपना साकार किया।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में वर्ष 2014 से सरदार पटेल की जयंती को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाने के निर्णय को “लौह पुरुष को सच्ची श्रद्धांजलि” बताया। उन्होंने कहा कि स्टैच्यू ऑफ यूनिटी न केवल सरदार पटेल की भव्य स्मृति है, बल्कि यह भारत की एकता, शक्ति और आत्मविश्वास का प्रतीक भी है।
“प्रधानमंत्री मोदी ने देश को फिर से एकता, आत्मनिर्भरता और वैश्विक नेतृत्व के मार्ग पर अग्रसर किया है। आज ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की परिकल्पना साकार रूप ले रही है,” धामी ने कहा।
नशामुक्त समाज और हरियाली का संकल्प
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार नशामुक्त उत्तराखंड के लक्ष्य की दिशा में समाज को जागरूक करने के लिए सतत प्रयासरत है।
उन्होंने बताया कि राज्यभर में 16 नवंबर तक सभी जिलों में यूनिटी वॉकथॉन कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, जिनमें प्रत्येक जिले के तीन स्थानों पर 8 से 10 किलोमीटर की पदयात्राएं होंगी।
इन आयोजनों को ‘नशामुक्त भारत, एक पेड़ मां के नाम’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ जैसे अभियानों से जोड़ा गया है।
“यह वॉकथॉन केवल एक खेल गतिविधि नहीं है, बल्कि एक जनआंदोलन है जो युवाओं को एकता, अनुशासन और समाजसेवा की भावना से जोड़ता है,” मुख्यमंत्री धामी ने कहा।
उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे सरदार पटेल के आदर्शों को आत्मसात करें और राष्ट्र निर्माण में सक्रिय भागीदारी निभाएं।
उत्तराखंड को देश का श्रेष्ठ राज्य बनाने की दिशा में अग्रसर
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि उत्तराखंड सरकार प्रदेश को देश का श्रेष्ठ राज्य बनाने के लक्ष्य के साथ तेजी से आगे बढ़ रही है।
उन्होंने कहा कि राज्य में रोजगार सृजन, निवेश, पर्यटन और शिक्षा के क्षेत्र में ऐतिहासिक कार्य किए जा रहे हैं।
“हमने युवा शक्ति को राज्य निर्माण का आधार माना है। आज उत्तराखंड निवेश, विकास और नवाचार का केंद्र बन रहा है। प्रधानमंत्री मोदी के ‘विकसित भारत 2047’ के संकल्प को साकार करने में हमारा राज्य अग्रणी भूमिका निभाएगा,” मुख्यमंत्री ने कहा।
उन्होंने जनता से अपील की कि वे एकजुट होकर एकता, स्वदेशी और आत्मनिर्भरता के मूल्यों को अपनाएं ताकि उत्तराखंड नशामुक्त, हरित और आत्मनिर्भर बने।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि और अधिकारी रहे मौजूद
कार्यक्रम के दौरान देहरादून का घंटाघर क्षेत्र देशभक्ति और एकता के नारों से गूंज उठा।
वॉकथॉन में कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, गणेश जोशी, रेखा आर्या, राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, विधायक खजानदास और विधायक सविता कपूर सहित कई जनप्रतिनिधि शामिल हुए।
इसके अलावा जिलाधिकारी सविन बंसल, एसएसपी अजय सिंह, प्रशासनिक अधिकारी, स्वयंसेवी संगठन और छात्र-छात्राएं भी इस एकता पदयात्रा का हिस्सा बने।
कार्यक्रम के दौरान युवाओं ने बैनर और पोस्टर के माध्यम से ‘नशामुक्त भारत’, ‘हर घर एक पेड़’ और ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ का संदेश दिया।
राज्यभर में मनाया गया राष्ट्रीय एकता दिवस
देहरादून के अलावा राज्य के सभी जनपदों में राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर विविध कार्यक्रम आयोजित किए गए।
विद्यालयों, महाविद्यालयों और सरकारी संस्थानों में विद्यार्थियों ने एकता दौड़, वाद-विवाद प्रतियोगिता, निबंध लेखन और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से सरदार पटेल के योगदान को याद किया।
अल्मोड़ा, हरिद्वार, नैनीताल, पिथौरागढ़ और उधमसिंह नगर में भी हजारों लोगों ने एकता दौड़ में भाग लिया और एकता, अखंडता और सद्भाव का संदेश दिया।
“सरदार पटेल आज भी हमारे प्रेरणास्रोत” — धामी
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि सरदार पटेल केवल इतिहास के नायक नहीं, बल्कि आज के भारत के भी प्रेरणास्रोत हैं।
“उन्होंने हमें सिखाया कि सच्चा नेतृत्व वही है जो राष्ट्र को जोड़ता है, तोड़ता नहीं। आज जब देश ‘विकसित भारत’ की दिशा में आगे बढ़ रहा है, तब हमें उनके दिखाए मार्ग पर चलना होगा,” उन्होंने कहा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज के युवाओं में वही ऊर्जा, वही समर्पण होना चाहिए जो सरदार पटेल में था। उन्होंने कहा कि “भारत तभी सशक्त बनेगा जब उसकी युवा शक्ति एकजुट होकर राष्ट्र निर्माण में भाग लेगी।”
एकता और प्रेरणा का प्रतीक बना उत्तराखंड
राष्ट्रीय एकता दिवस पर उत्तराखंड में आयोजित यह यूनिटी वॉकथॉन सिर्फ एक आयोजन नहीं, बल्कि एक संदेश बन गया — एकता, स्वच्छता, नशामुक्ति और आत्मनिर्भरता का संदेश।
राज्य के हर कोने से मिली भागीदारी ने साबित कर दिया कि उत्तराखंड देश की एकता और समरसता की भावना को नए युग में भी जीवित रखे हुए है। सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर मुख्यमंत्री धामी की यह पहल राज्य में राष्ट्रीय एकता दिवस को एक जन-आंदोलन का स्वरूप देने में सफल रही।



