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आंध्र प्रदेश में बड़ा सड़क हादसा: 40 यात्रियों से भरी वोल्वो बस में लगी आग, कई लोगों के हताहत होने की आशंका

कुरनूल (आंध्र प्रदेश): आंध्र प्रदेश के कुरनूल जिले में गुरुवार देर रात एक दर्दनाक हादसे ने पूरे क्षेत्र को दहला दिया। हैदराबाद से बेंगलुरु जा रही एक वोल्वो बस अचानक आग की लपटों में घिर गई। हादसा इतना भीषण था कि बस कुछ ही मिनटों में पूरी तरह जलकर खाक हो गई। बस में उस वक्त करीब 40 यात्री सवार थे, जिनमें से कई लोगों के मारे जाने या गंभीर रूप से घायल होने की आशंका जताई जा रही है।

यह घटना राष्ट्रीय राजमार्ग-4 (NH-4) पर चिन्थे पार्क इलाके के पास हुई, जब बस एक दोपहिया वाहन से टकरा गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि बाइक बस के नीचे फंस गई और घर्षण से निकली चिंगारी ने आग पकड़ ली। कुछ ही क्षणों में बस में धुआं भर गया और देखते ही देखते आग ने पूरी बस को अपनी चपेट में ले लिया।


हादसे का समय: तड़के करीब 3 बजे हुआ दर्दनाक मंजर

कुरनूल के पुलिस अधीक्षक विक्रांत पाटिल ने हादसे की पुष्टि करते हुए बताया कि दुर्घटना तड़के करीब 3 बजे हुई। उन्होंने कहा —

“कावेरी ट्रैवल्स की एक वोल्वो एसी बस हैदराबाद से बेंगलुरु जा रही थी। रास्ते में बस एक दोपहिया वाहन से टकराई और बाइक बस के नीचे फंस गई। संभवतः इसी वजह से चिंगारी निकली और आग लग गई। आग इतनी तेजी से फैली कि चालक दल के पास कुछ करने का समय नहीं रहा।”

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि यह एक एसी बस थी और आग लगने के बाद दरवाजे स्वचालित रूप से लॉक हो गए। कई यात्रियों को अपनी जान बचाने के लिए खिड़कियां तोड़नी पड़ीं।

“जो यात्री खिड़कियां तोड़कर बाहर निकल पाए, वे सुरक्षित हैं,” — पाटिल ने बताया।


बस में सवार थे 40 यात्री, कई अब भी लापता

प्रशासन के मुताबिक बस में कुल 40 लोग सवार थे, जिनमें दो ड्राइवर और एक सहायक स्टाफ शामिल थे।
यात्रियों की सूची कावेरी ट्रैवल्स से प्राप्त की गई है और बचाव दल द्वारा शवों और घायलों की पहचान का काम जारी है।

घटनास्थल पर पहुंची दमकल की चार गाड़ियां लगातार कई घंटों तक आग बुझाने में जुटी रहीं। स्थानीय ग्रामीणों ने भी मौके पर पहुंचकर राहत कार्य में मदद की। लेकिन आग इतनी भयंकर थी कि बस का पूरा ढांचा जलकर राख में बदल गया

एक चश्मदीद ने बताया—

“हमने एक जोरदार धमाका सुना। जब बाहर आए, बस पूरी तरह आग की लपटों में घिरी थी। कुछ लोग शीशे तोड़कर बाहर कूद रहे थे। यह दृश्य बहुत भयावह था।”


घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया

हादसे के बाद घायलों को कुरनूल सरकारी अस्पताल और आसपास के निजी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों के मुताबिक कई यात्रियों के शरीर पर गंभीर जलने के निशान हैं।

एक वरिष्ठ चिकित्सक ने कहा—

“कुछ घायलों की हालत नाजुक है। आग के धुएं से दम घुटने के कारण भी कई लोग बेहोश मिले। प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर मरीजों को हाई-डिपेंडेंसी यूनिट में शिफ्ट किया गया है।”

प्रशासन ने मृतकों की पहचान के लिए डीएनए सैंपल संग्रह का निर्देश भी जारी किया है, क्योंकि कई शव बुरी तरह जल चुके हैं।


मुख्यमंत्री ने जताया शोक, अधिकारियों को त्वरित राहत के निर्देश

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने इस भीषण दुर्घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा—

“कुरनूल में हुई बस दुर्घटना अत्यंत दुखद है। मैंने जिला प्रशासन को तुरंत राहत और बचाव कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। घायलों के बेहतर इलाज की हर संभव व्यवस्था की जाएगी।”

मुख्यमंत्री कार्यालय ने एक बयान जारी कर बताया कि सरकार ने घायलों और मृतकों के परिवारों को आर्थिक सहायता देने की तैयारी शुरू कर दी है।

राज्य के परिवहन मंत्री ने भी घटनास्थल का दौरा करने का ऐलान किया है।


कंपनी पर भी उठे सवाल

कावेरी ट्रैवल्स, जो दक्षिण भारत की एक निजी ट्रैवल कंपनी है, अब सवालों के घेरे में है।
स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, बस में सभी सुरक्षा उपकरण सही तरह से काम नहीं कर रहे थे। हादसे के वक्त बस के आपातकालीन निकास (Emergency Exit) को खोलना मुश्किल हो गया था, जिससे यात्रियों को भागने में दिक्कत हुई।

इस पर कुरनूल पुलिस ने कहा कि—

“हादसे के कारणों की तकनीकी जांच की जाएगी। बस में सुरक्षा मानकों का पालन हुआ या नहीं, इसकी भी जांच होगी।”


राहत कार्य में स्थानीय लोग बने देवदूत

हादसे की सूचना मिलते ही आसपास के गांवों के लोग मौके पर पहुंचे और अपने स्तर पर बचाव कार्य शुरू कर दिया। उन्होंने आग बुझाने के लिए पास की पानी की टंकियों और बाल्टियों से पानी डालना शुरू किया।

स्थानीय निवासी रामास्वामी ने बताया—

“हमने कुछ यात्रियों को शीशे तोड़कर बाहर निकालने में मदद की। लेकिन कुछ लोग अंदर ही फंसे रह गए। ऐसी त्रासदी हमने पहले कभी नहीं देखी।”


राष्ट्रीय राजमार्ग पर ट्रैफिक कई घंटे रुका

इस दुर्घटना के कारण हैदराबाद-बेंगलुरु राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-4) पर ट्रैफिक कई घंटे प्रभावित रहा। सुबह तक पुलिस ने मलबा हटाकर सड़क को फिर से खोल दिया।
रातभर चलाए गए राहत और मलबा हटाने के अभियान में एनएचएआई और दमकल विभाग की टीमों ने भाग लिया।


पिछले साल भी हुआ था ऐसा हादसा

गौरतलब है कि इससे पहले 2024 में अनंतपुर जिले में भी एक निजी ट्रैवल्स की बस में आग लगने से कई लोगों की जान गई थी।
विशेषज्ञों का मानना है कि दक्षिण भारत में निजी वोल्वो और लग्जरी बसों में सुरक्षा मानकों की अनदेखी एक गंभीर समस्या बन चुकी है।
अक्सर बस ऑपरेटर मालिकाना लाभ बढ़ाने के लिए सुरक्षा फीचर्स की नियमित जांच नहीं करवाते, जिससे हादसों का खतरा बढ़ जाता है।


जनता में आक्रोश, सख्त कार्रवाई की मांग

घटना के बाद कुरनूल में लोगों में आक्रोश है। सोशल मीडिया पर #KurnoolBusTragedy ट्रेंड कर रहा है।
लोगों ने सरकार से मांग की है कि दोषी ट्रैवल कंपनी और बस मालिक के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया जाए और पीड़ित परिवारों को मुआवजा और न्याय दिया जाए।

कुरनूल का यह बस हादसा एक बार फिर इस सच्चाई को सामने लाता है कि भारत में सड़क सुरक्षा अब भी बड़ी चुनौती है। सैकड़ों यात्रियों की जिंदगी लापरवाही, ओवरस्पीडिंग और सुरक्षा मानकों की अनदेखी की कीमत चुका रही है।

अब सबकी निगाहें इस पर हैं कि क्या यह हादसा भी बाकी घटनाओं की तरह भुला दिया जाएगा या फिर सरकार और प्रशासन कड़े कदम उठाकर भविष्य के लिए सबक लेगा।

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