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उत्तराखंड की रजत जयंती पर्व — नई ऊर्जा, नए संकल्प के साथ 03 से 09 नवंबर तक मनाया जाएगा “रजत जयंती सप्ताह”

नारी शक्ति, सुशासन, युवा खेल, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन सहित अनेक विषयों पर होंगे भव्य आयोजन

देहरादून, 22 अक्टूबर 2025: उत्तराखंड राज्य की स्थापना के 25 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर इस वर्ष राज्य भर में 03 से 09 नवंबर 2025 तक भव्य “रजत जयंती सप्ताह” मनाया जाएगा। यह सप्ताह उत्तराखंड की उपलब्धियों, संस्कृति, जनसहभागिता और विकास यात्रा को समर्पित रहेगा। राज्य सरकार द्वारा तय थीम “नई ऊर्जा, नए संकल्प — समृद्ध उत्तराखंड के 25 वर्ष” के अनुरूप, यह आयोजन उत्तराखंड के उज्ज्वल भविष्य की दिशा में सामूहिक संकल्प को अभिव्यक्त करेगा।

राज्य स्थापना रजत जयंती सप्ताह एवं स्थापना दिवस समारोह की तैयारियों को लेकर जिलाधिकारी सविन बंसल ने मंगलवार को समस्त जिला स्तरीय अधिकारियों की विशेष बैठक बुलाई। बैठक में सप्ताह भर चलने वाले कार्यक्रमों की रूपरेखा, जनसहभागिता, प्रचार-प्रसार एवं व्यवस्थाओं की विस्तार से समीक्षा की गई।


“रजत जयंती सप्ताह लोक संस्कृति, विकास और समृद्धि का उत्सव होगा” — जिलाधिकारी सविन बंसल

बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी सविन बंसल ने कहा कि रजत जयंती पर्व केवल राज्य के गठन की याद नहीं, बल्कि विकास यात्रा में जनता की भागीदारी और नयी दिशा तय करने का अवसर है। उन्होंने कहा कि “यह सप्ताह उत्तराखंड की आत्मा को प्रदर्शित करेगा — हमारी लोक संस्कृति, परंपराएं, नारी शक्ति, युवाशक्ति और पर्यावरण संरक्षण के प्रति हमारी प्रतिबद्धता।”

डीएम ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि रजत जयंती सप्ताह के दौरान जनपद के जिला मुख्यालय, ब्लॉक और तहसील स्तर पर आयोजित सभी कार्यक्रमों की पूर्व तैयारी, समुचित प्रचार और जनभागीदारी सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक कार्यक्रम का उद्देश्य समाज में जागरूकता, सहभागिता और उत्तराखंड की उपलब्धियों पर गर्व का भाव उत्पन्न करना होना चाहिए।


थीम-आधारित कार्यक्रमों की श्रृंखला

जिलाधिकारी ने बताया कि सप्ताह के प्रत्येक दिन को अलग-अलग विषयों के साथ जोड़ा गया है ताकि विभिन्न सामाजिक, सांस्कृतिक और विकासात्मक क्षेत्रों पर जनसंपर्क और जनजागरूकता बढ़े।

  1. नारी शक्ति दिवस:
    • स्वयं सहायता समूहों एवं एनआरएलएम समूहों द्वारा तैयार उत्पादों की प्रदर्शनियाँ लगाई जाएंगी।
    • महिला उद्यमिता और आत्मनिर्भरता पर विशेष गोष्ठियाँ आयोजित होंगी।
    • महिला सम्मान समारोह में उन महिलाओं को सम्मानित किया जाएगा जिन्होंने सामाजिक और आर्थिक सशक्तिकरण में उल्लेखनीय योगदान दिया है।
  2. सुशासन दिवस:
    • प्रत्येक ब्लॉक स्तर पर वृहद बहुउद्देशीय शिविर लगाए जाएंगे।
    • आम जनता की शिकायतों का मौके पर निस्तारण किया जाएगा।
    • विभिन्न विभागों की योजनाओं की जानकारी और ऑन-द-स्पॉट सेवा उपलब्ध कराई जाएगी।
  3. यूथ स्पोर्ट्स दिवस:
    • क्रॉस कंट्री दौड़, पैराग्लाइडिंग, हॉट एयर बैलूनिंग, साइक्लिंग रैली और एडवेंचर स्पोर्ट्स प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी।
    • युवा प्रतिभाओं को मंच प्रदान कर उनके उत्साहवर्धन का अवसर मिलेगा।
  4. पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन दिवस:
    • स्वच्छता अभियान, वृक्षारोपण और जल संरक्षण से जुड़े कार्यक्रम होंगे।
    • पर्यावरण मित्र स्कूलों और कॉलेजों को सम्मानित किया जाएगा।
  5. रोजगार दिवस:
    • स्वरोजगार योजनाओं, स्टार्टअप्स और कौशल विकास कार्यक्रमों की जानकारी हेतु रोजगार मेले का आयोजन।
    • युवाओं और उद्यमियों के लिए मार्गदर्शन सत्र।
  6. शहीदों को नमन दिवस:
    • अमर शहीदों और स्वतंत्रता सेनानियों के सम्मान में श्रद्धांजलि सभाएं।
    • स्कूलों और कॉलेजों में “बलिदान से विकास तक” विषय पर विशेष कार्यक्रम।
  7. विकास का सफर दिवस:
    • राज्य के 25 वर्षों की विकास यात्रा को प्रदर्शित करने वाली प्रदर्शनी और डॉक्यूमेंट्री स्क्रीनिंग।
    • विभागों की उपलब्धियों पर आधारित फोटो एग्ज़ीबिशन और थीम आधारित झांकियाँ।

शिक्षण संस्थानों में विशेष प्रतियोगिताएँ

डीएम सविन बंसल ने कहा कि सभी शिक्षण संस्थानों में “विजन–2050” विषय पर निबंध, वाद-विवाद, पोस्टर मेकिंग और पेंटिंग प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएँ।
उन्होंने कहा कि छात्रों को राज्य की उपलब्धियों, प्राकृतिक संपदा और भविष्य की चुनौतियों के बारे में समझ विकसित करने की दिशा में प्रेरित किया जाएगा।


जनजागरूकता और स्वदेशी थीम पर बल

जिलाधिकारी ने कहा कि रजत जयंती सप्ताह केवल समारोह नहीं बल्कि जनभागीदारी का अभियान है।
नशामुक्ति, सड़क सुरक्षा, बैंकिंग साक्षरता, जलवायु परिवर्तन और स्वदेशी उत्पादों के प्रचार हेतु विशेष अभियान चलाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि “रजत जयंती सप्ताह को ‘जन उत्सव’ के रूप में मनाया जाएगा, ताकि हर नागरिक को उत्तराखंड की प्रगति से जुड़ाव महसूस हो।”


सांस्कृतिक धरोहरों पर विशेष आयोजन

देहरादून, टिहरी, हरिद्वार और मसूरी सहित प्रमुख ऐतिहासिक स्थलों और सांस्कृतिक धरोहरों पर विशेष कार्यक्रम होंगे।
सांस्कृतिक दलों द्वारा उत्तराखंडी लोकनृत्य, झोड़ा, छपेली, चांचरी और रणभेरी जैसे पारंपरिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे। साथ ही, शहीद स्मारकों पर दीप प्रज्वलन और श्रद्धांजलि समारोह आयोजित किए जाएंगे।


बैठक में अधिकारियों की उपस्थिति

बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह, अपर जिलाधिकारी के.के. मिश्रा, सिटी मजिस्ट्रेट प्रत्यूष सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. मनोज कुमार शर्मा, जिला पर्यटन अधिकारी बृजेन्द्र पांडेय, जिला समाज कल्याण अधिकारी दीपांकर घिल्डियाल, सहित समस्त जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।


डीएम का संदेश — “रजत जयंती सप्ताह उत्तराखंड की नई उड़ान का प्रतीक बनेगा”

डीएम सविन बंसल ने कहा कि उत्तराखंड अपनी स्थापना के 25 वर्ष पूरे कर रहा है। यह अवसर न केवल अतीत के गौरव को याद करने का है, बल्कि आने वाले 25 वर्षों के लिए नई दिशा तय करने का भी है।
उन्होंने कहा कि रजत जयंती सप्ताह में प्रत्येक नागरिक की भागीदारी होगी — ग्रामीण से लेकर शहरी, छात्र से लेकर किसान, महिला से लेकर युवा तक — हर कोई इस उत्सव का हिस्सा बनेगा। “यह सप्ताह लोक संस्कृति, विकास और समृद्धि का उत्सव होगा — और यही उत्तराखंड की असली पहचान है,” डीएम ने कहा।

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