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15 अक्टूबर का मौसम अपडेटः दिल्ली में बढ़ेगी ठंड, दक्षिण और मध्य भारत में बारिश का दौर जारी

आईएमडी का पूर्वानुमान — तमिलनाडु, केरल, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और पूर्वोत्तर राज्यों में झमाझम बारिश की संभावना

नई दिल्लीः अक्टूबर का दूसरा पखवाड़ा शुरू होते ही मौसम ने करवट ले ली है। उत्तर भारत में अब सुबह-शाम हल्की ठंड महसूस की जाने लगी है, जबकि दक्षिण और पूर्वोत्तर भारत के कई इलाकों में झमाझम बारिश का दौर जारी है।

भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, अगले कुछ दिनों तक देश के विभिन्न हिस्सों में बारिश और ठंड का दोहरा असर देखने को मिलेगा। जहां उत्तर भारत में तापमान में गिरावट का रुख जारी है, वहीं दक्षिण और पूर्वोत्तर भारत में बादल और गरज-चमक वाले मौसम की स्थिति बनी रहेगी।


दक्षिण भारत में बना निचला दबाव, बढ़ी बारिश की संभावना

मौसम विभाग ने बताया है कि दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत के ऊपर एक निचला दबाव क्षेत्र (Low Pressure Area) बना हुआ है, जिसके कारण तमिलनाडु, केरल और कर्नाटक के कई जिलों में 15 से 19 अक्टूबर तक हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है।
विशेष रूप से तमिलनाडु, पुडुचेरी और माहे में आज से लेकर आने वाले चार दिनों तक गरज के साथ बारिश और बिजली गिरने की घटनाएँ हो सकती हैं।

चेन्नई स्थित क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि कोयंबटूर, नीलगिरी, थेनी और तेनकासी जिलों में अगले 24 से 48 घंटों में भारी वर्षा (Heavy Rainfall) हो सकती है।
इस दौरान 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज़ हवाएं चलने की भी संभावना जताई गई है।


केरल, कर्नाटक और लक्षद्वीप में भी असर

केरल में पिछले कुछ दिनों से लगातार बारिश हो रही है, जिससे कई निचले इलाके जलमग्न हो गए हैं।
आईएमडी ने अलर्ट जारी करते हुए कहा है कि तटीय कर्नाटक, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों में भी 16 अक्टूबर तक बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है।
लक्षद्वीप द्वीप समूह में 17 और 18 अक्टूबर को गरज-चमक के साथ भारी वर्षा का अनुमान लगाया गया है।

मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि अरब सागर से आने वाली नमी भरी हवाओं और बंगाल की खाड़ी से उठे बादलों के टकराने से दक्षिणी राज्यों में मानसून जैसी स्थिति बन रही है।


भारत के अन्य राज्यों में भी बारिश का अलर्ट

मौसम विभाग के अनुसार, कोंकण, गोवा और मध्य महाराष्ट्र में 15 से 17 अक्टूबर के बीच गरज और बिजली के साथ मध्यम वर्षा होने की संभावना है।
इसी तरह छत्तीसगढ़ में आज यानी 15 अक्टूबर को कई इलाकों में बिजली गिरने और गरज के साथ तेज़ हवाएं चलने की चेतावनी जारी की गई है।

मध्य प्रदेश में भी 16 और 17 अक्टूबर को बादल छाए रहने और हल्की बारिश का अनुमान है।
राजधानी भोपाल, इंदौर, होशंगाबाद और जबलपुर में बूंदाबांदी के साथ तापमान में गिरावट देखी जा सकती है।
ओडिशा में भी 15 अक्टूबर को गरज के साथ बिजली गिरने की संभावना जताई गई है, जिससे राज्य के कुछ जिलों में फसलों को नुकसान की आशंका है।


पूर्वोत्तर राज्यों में बारिश और तापमान में गिरावट

पूर्वोत्तर भारत के राज्य — असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिज़ोरम और त्रिपुरा — पिछले कुछ दिनों से लगातार हल्की से मध्यम वर्षा का अनुभव कर रहे हैं।
आईएमडी ने बताया कि इन राज्यों में बारिश का असर अगले दो दिनों तक जारी रह सकता है।
बारिश के कारण तापमान में उल्लेखनीय गिरावट आई है, जिससे सुबह और रात के समय ठंडी हवाओं का एहसास होने लगा है।
शिलांग और आइज़ोल जैसे हिल स्टेशन इलाकों में न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच गया है।


दिल्ली-एनसीआर में ठंड की दस्तक, वायु गुणवत्ता चिंता का विषय

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मौसम ने अब करवट लेना शुरू कर दिया है।
सुबह और शाम के वक्त हल्की ठंड महसूस की जा रही है, जबकि दिन में हल्की धूप बनी हुई है।
मंगलवार को दिल्ली में अधिकतम तापमान 32.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 0.6 डिग्री कम है।
वहीं न्यूनतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो सामान्य से थोड़ा नीचे है।

आईएमडी के अनुसार, बुधवार को आसमान साफ रहेगा और तापमान में मामूली वृद्धि हो सकती है।
अगले दो दिनों में न्यूनतम तापमान 18 से 19 डिग्री सेल्सियस के आसपास और अधिकतम तापमान 32-33 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है।

हालांकि, दिल्ली-एनसीआर की वायु गुणवत्ता (AQI) में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है।
आनंद विहार, नोएडा और गाजियाबाद जैसे इलाकों में एक्यूआई ‘खराब’ से ‘गंभीर’ श्रेणी तक पहुंच चुका है, जिससे लोगों को सांस संबंधी दिक्कतें हो रही हैं।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, “ठंड की शुरुआत के साथ हवा का रुख बदलने और प्रदूषक तत्वों के फंसने से प्रदूषण का स्तर बढ़ सकता है।


उत्तर भारत में गुलाबी ठंड की शुरुआत

दिल्ली के साथ-साथ उत्तर भारत के कई राज्यों — हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड — में भी सुबह-शाम ठंडक महसूस की जा रही है।
शिमला, नैनीताल, धर्मशाला और मसूरी जैसे हिल स्टेशनों में तापमान में तेजी से गिरावट आ रही है। मौसम विभाग के अनुसार, 18 अक्टूबर के बाद से उत्तर भारत में ठंडी हवाओं का प्रभाव और तेज़ होगा, जिससे तापमान में 2-3 डिग्री की गिरावट दर्ज की जा सकती है।


खेतों और फसलों पर मौसम का असर

कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार, इस समय हो रही बारिश से धान, सोयाबीन और कपास की फसलों पर मिश्रित प्रभाव पड़ेगा। मध्य और दक्षिण भारत के कई हिस्सों में देर से आई यह बरसात फसलों को कुछ राहत दे सकती है, लेकिन लगातार भारी वर्षा होने पर कटाई में विलंब और नुकसान की संभावना भी है।

विशेषज्ञों का कहना है कि किसानों को मौसम पूर्वानुमान पर लगातार नज़र रखनी चाहिए और जरूरत पड़ने पर फसल की सुरक्षा के लिए अस्थायी शेड या कवरेज की व्यवस्था करनी चाहिए।


अगले 5 दिनों का मौसम सारांश

क्षेत्र संभावित मौसम स्थिति अवधि
दिल्ली-एनसीआर साफ आसमान, हल्की ठंड 15-19 अक्टूबर
तमिलनाडु, केरल, पुडुचेरी भारी से मध्यम बारिश 15-19 अक्टूबर
महाराष्ट्र, गोवा बिजली के साथ गरज वाले बादल 15-17 अक्टूबर
मध्य प्रदेश हल्की बारिश, ठंड में वृद्धि 16-17 अक्टूबर
पूर्वोत्तर भारत हल्की से मध्यम वर्षा 15-18 अक्टूबर

देश के अलग-अलग हिस्सों में बदलता मौसम त्योहारी सीजन से पहले ठंड और बारिश दोनों की झलक दिखा रहा है। जहां दिल्ली और उत्तर भारत में ठंडक का अहसास लोगों को सुकून दे रहा है, वहीं दक्षिण भारत में बारिश ने कई जगहों पर जनजीवन को प्रभावित किया है।

मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि आने वाले सप्ताह में देशभर में तापमान में गिरावट और मौसमी उतार-चढ़ाव दोनों बने रहेंगे। इसलिए नागरिकों को मौसम विभाग की सलाह पर ध्यान देने और आवश्यक सतर्कता बरतने की अपील की गई है।

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