
नई दिल्ली, 10 अक्टूबर 2025: अक्टूबर का महीना अपने आधे पड़ाव पर है, लेकिन देशभर में मौसम का मिजाज अभी स्थिर नहीं हो पाया है। एक ओर उत्तर भारत में सर्द हवाओं की दस्तक से सुबह-शाम की ठिठुरन बढ़ने लगी है, वहीं दक्षिण और पूर्वोत्तर भारत में मानसूनी बादल अभी भी बरस रहे हैं। भारतीय मौसम विभाग (IMD) की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, अगले कुछ दिनों तक देश के अलग-अलग हिस्सों में एक साथ दो मौसम देखने को मिलेंगे — उत्तर में ठंड का असर और दक्षिण में भारी बारिश का सिलसिला।
दिल्ली से लेकर पंजाब तक आसमान में हल्के बादल और धूप-छांव का खेल चल रहा है, जबकि चेन्नई, बेंगलुरु और कोच्चि जैसे शहरों में बिजली की गरज और तेज हवाओं के साथ बारिश की संभावना बनी हुई है। वहीं असम, मेघालय और नागालैंड में मौसम विभाग ने भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
उत्तर भारत: ठंडी हवाओं की एंट्री और तापमान में गिरावट
उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में अब सर्दियों की शुरुआती झलक दिखने लगी है।
दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सुबह और शाम की ठंड बढ़ गई है। हवा में नमी घट रही है और तापमान में रोजाना 1-2 डिग्री की गिरावट दर्ज की जा रही है।
IMD के मुताबिक, अगले तीन से चार दिनों में दिल्ली और आसपास के इलाकों में न्यूनतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है, जबकि पंजाब और राजस्थान के कुछ हिस्सों में यह 16 डिग्री सेल्सियस से नीचे भी जा सकता है।
दिन के समय हल्की धूप बनी रहेगी, लेकिन शाम होते-होते ठंडी हवाओं का असर तेज होगा।
राजस्थान के बीकानेर, श्रीगंगानगर और जयपुर में तापमान में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई है। वहीं, जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के ऊंचे इलाकों में रात का तापमान 10 डिग्री से नीचे पहुंच गया है।
हालांकि, पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) फिलहाल कमजोर हो गया है, जिससे फिलहाल बारिश की संभावना कम है।
दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता (Air Quality Index) में हल्का सुधार देखा गया है, क्योंकि ठंडी हवाओं से प्रदूषण का स्तर थोड़ा नीचे गया है। हालांकि, विशेषज्ञों ने चेताया है कि तापमान के और गिरने के साथ स्मॉग की संभावना अगले सप्ताह से बढ़ सकती है।
दक्षिण भारत: बंगाल की खाड़ी में चक्रवात, बारिश का नया दौर शुरू
देश के दक्षिणी हिस्से में मानसूनी बारिश अभी खत्म नहीं हुई है। बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवाती परिसंचरण (Cyclonic Circulation) ने तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और केरल के मौसम को फिर से सक्रिय कर दिया है।
IMD ने चेतावनी दी है कि अगले 48 घंटों में इन राज्यों में गरज-चमक और तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हो सकती है।
- चेन्नई, बेंगलुरु, हैदराबाद, कोच्चि और विशाखापट्टनम में आज और कल के बीच मध्यम से भारी बारिश की संभावना है।
- तटीय आंध्र और उत्तरी तमिलनाडु के कुछ इलाकों में बिजली गिरने और तेज हवाओं के चलते ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विभाग ने मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी है, क्योंकि बंगाल की खाड़ी के मध्य हिस्से में हवाओं की गति 45-55 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच सकती है।
पूर्वोत्तर भारत में भी जारी रहेगा बारिश का सिलसिला
असम, मेघालय, नागालैंड और मणिपुर में अगले दो दिनों तक हल्की से मध्यम बारिश जारी रहने की संभावना है।
IMD ने कहा है कि इन राज्यों में स्थानीय स्तर पर भारी बारिश भी हो सकती है।
मेघालय और असम के कुछ जिलों में निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति बनी हुई है।
हालांकि, मौसम विभाग ने उम्मीद जताई है कि 15 अक्टूबर के बाद पूर्वोत्तर में बारिश की तीव्रता कम हो जाएगी और मौसम धीरे-धीरे शुष्क होगा।
पूर्वी भारत: बंगाल और ओडिशा में बादल छाए रहेंगे
पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटीय जिलों में हल्की बूंदाबांदी का दौर जारी रह सकता है।
कोलकाता और भुवनेश्वर में अगले 24 घंटों के दौरान बादल छाए रहेंगे, लेकिन भारी बारिश की संभावना नहीं है।
ओडिशा के कुछ दक्षिणी जिलों में अगले सप्ताह से मौसम साफ़ होने की उम्मीद है।
बिहार और झारखंड में आसमान साफ रहेगा, जिससे दिन में हल्की गर्मी और रात में ठंडक महसूस होगी।
बिहार के कुछ हिस्सों में सुबह के समय कोहरा और ओस गिरने की शुरुआत हो चुकी है, जो सर्दियों के आने का संकेत है।
मध्य भारत: सामान्य रहेगा मौसम, न बारिश न ठंड
मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में मौसम सामान्य बना हुआ है।
भोपाल, इंदौर, रायपुर और नागपुर जैसे शहरों में आसमान में हल्के बादल रह सकते हैं, लेकिन बारिश की संभावना बहुत कम है।
यहां दिन का तापमान 32-33 डिग्री सेल्सियस और रात का तापमान 20-21 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की उम्मीद है।
हालांकि, हवा में नमी की कमी के कारण मौसम थोड़ा शुष्क रहेगा और कुछ इलाकों में सुबह हल्का कोहरा दिखाई दे सकता है।
पश्चिमी तट और द्वीप समूहों का हाल
गोवा, मुंबई और कोंकण क्षेत्र में आंशिक बादल छाए रहेंगे।
अंडमान-निकोबार और लक्षद्वीप द्वीप समूहों में छिटपुट बारिश के आसार हैं, लेकिन कोई बड़ा मौसमीय सिस्टम सक्रिय नहीं है।
समुद्री हवाओं के चलते तापमान 30 से 31 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा।
IMD की सलाह: मौसम के दोराहे में सतर्क रहें
भारतीय मौसम विभाग ने नागरिकों को सलाह दी है कि बदलते मौसम में फ्लू और वायरल संक्रमण से बचाव के लिए सतर्क रहें।
उत्तर भारत में सुबह-शाम की ठंड के चलते बच्चों और बुजुर्गों को विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है, वहीं दक्षिण भारत के राज्यों को भारी बारिश के चलते बिजली गिरने, जलभराव और यातायात बाधाओं से सावधान रहना चाहिए।
IMD ने स्पष्ट किया कि अगले दो सप्ताह तक मौसम में लगातार उतार-चढ़ाव बने रहेंगे, क्योंकि एक ओर सर्दियों की शुरुआत हो रही है, वहीं दूसरी ओर मॉनसून का पूरी तरह अंत नहीं हुआ है।
देश के मौसम में इस समय उत्तर की ठंड और दक्षिण की बारिश का दिलचस्प संगम दिखाई दे रहा है।
एक ओर दिल्ली और लखनऊ में लोग स्वेटर और जैकेट निकाल रहे हैं, वहीं चेन्नई और बेंगलुरु में लोग छतरियां लेकर निकल रहे हैं। यह वही समय है जब भारत का मौसम दो मौसमों के मिलन का दृश्य पेश करता है — एक विदा होते मॉनसून का और दूसरा दस्तक देती सर्दी का। अगले कुछ दिनों तक देशभर में मौसम की यही दोहरी तस्वीर बनी रहने की संभावना है।