
नई दिल्ली: अक्टूबर का महीना आमतौर पर उत्तर भारत में हल्की ठंड की शुरुआत का होता है, लेकिन इस बार मौसम ने सबको चौंका दिया है। दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, उत्तराखंड, हिमाचल और जम्मू-कश्मीर के कई इलाकों में इन दिनों बेमौसम बारिश का दौर जारी है।
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक, यह बारिश वेस्टर्न डिस्टर्बेंस (पश्चिमी विक्षोभ) के असर से हो रही है, जो फिलहाल उत्तरी भारत के ऊपर सक्रिय है।
दिल्ली-एनसीआर में झमाझम बारिश, बढ़ी ठिठुरन
दिल्ली-एनसीआर में सोमवार देर रात से ही लगातार बारिश का सिलसिला जारी है। कई इलाकों में रुक-रुककर तेज बारिश हुई, जिससे मंगलवार की सुबह लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
नोएडा, गुरुग्राम और गाजियाबाद में जगह-जगह ट्रैफिक जाम की स्थिति रही। दफ्तर जाने वालों को भी बारिश और फिसलन भरी सड़कों की वजह से दिक्कतें आईं।
मौसम विभाग के अनुसार, दिल्ली का अधिकतम तापमान सामान्य से 4 डिग्री नीचे दर्ज किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान 20°C के करीब पहुंच गया। मौसम वैज्ञानिकों ने कहा है कि अगले दो दिनों तक राजधानी और आसपास के इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश जारी रह सकती है।
उत्तर भारत के पहाड़ों पर बर्फबारी से ठंड बढ़ी
हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के ऊंचाई वाले इलाकों में सोमवार को सीजन की पहली बर्फबारी हुई।
रोहतांग दर्रा, बारालाचा, कुंजुम, तांदी, केलांग और उदयपुर जैसे क्षेत्रों में सुबह होते-होते बर्फ की मोटी परत जम गई।
सड़कें फिसलन भरी हो गई हैं और कई मार्गों पर यातायात प्रभावित हुआ है।
लाहौल-स्पीति और किनौर में तापमान में अचानक गिरावट दर्ज की गई है। स्थानीय प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अत्यधिक ठंड और फिसलन वाले रास्तों पर यात्रा करने से बचें।
केलांग में न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे (-1.2°C) पहुंच गया है, जिससे सामान्य जीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
उत्तराखंड में ट्रैकिंग गतिविधियों पर रोक
चमोली जिला प्रशासन ने खराब मौसम को देखते हुए 6 और 7 अक्टूबर को ट्रैकिंग और पर्वतारोहण गतिविधियों पर रोक लगा दी है।
केदारनाथ, हेमकुंड साहिब और रूपकुंड क्षेत्र में बारिश और बर्फबारी के चलते फिसलन बढ़ गई है। प्रशासन ने तीर्थयात्रियों और पर्यटकों से अपील की है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें और मौसम के अपडेट पर नजर रखें।
डीएम चमोली ने कहा कि जिन यात्रियों ने पहले से बुकिंग कर रखी है, उन्हें सुरक्षित स्थानों पर ही रुकने और अपने साथ गर्म कपड़े व आवश्यक सामग्री रखने की सलाह दी गई है।
यूपी, हरियाणा, राजस्थान और पंजाब में भी बारिश का असर
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि 7 अक्टूबर तक उत्तर भारत के कई हिस्सों में तेज हवाओं के साथ बारिश और ओलावृष्टि हो सकती है।
उत्तर प्रदेश के पश्चिमी जिलों — मेरठ, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, बागपत और गाजियाबाद — में सोमवार देर शाम से लगातार बारिश हो रही है।
हरियाणा के करनाल, यमुनानगर और पंचकूला में भी तेज हवाओं के साथ गरज-चमक की बौछारें दर्ज की गईं।
राजस्थान के जयपुर, सीकर और झुंझुनू जिलों में भी हल्की बारिश हुई, जिससे तापमान में गिरावट आई है।
पंजाब और चंडीगढ़ में भी मंगलवार को बादल छाए रहने और रुक-रुककर बारिश जारी रहने की संभावना जताई गई है।
मौसम वैज्ञानिक बोले – पश्चिमी विक्षोभ और अरब सागर की नमी से बदला मिजाज
आईएमडी के वरिष्ठ वैज्ञानिक आर.के. जेनामनी के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) फिलहाल उत्तर पाकिस्तान और जम्मू-कश्मीर के ऊपर सक्रिय है, जिसकी वजह से नमी उत्तर भारत के मैदानी इलाकों तक पहुंच रही है।
उन्होंने बताया कि अरब सागर से आने वाली नमी और पश्चिमी हवाओं के टकराने से यह बारिश हो रही है।
“यह मौसमी पैटर्न अक्टूबर के पहले पखवाड़े में कभी-कभार देखने को मिलता है, लेकिन इस बार इसका असर ज्यादा गहरा है। आने वाले दिनों में तापमान और 2-3 डिग्री गिर सकता है,”
— आर.के. जेनामनी, वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक, आईएमडी
तापमान में गिरावट से सर्दी की दस्तक
दिल्ली, नोएडा और लखनऊ समेत पूरे उत्तर भारत में सुबह और शाम के समय ठंडी हवाएं चलने लगी हैं।
दिल्ली में जहां पिछले हफ्ते अधिकतम तापमान 36°C के आसपास था, वहीं अब यह घटकर 31°C से नीचे आ गया है।
मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले 3-4 दिनों में तापमान में और गिरावट होगी, जिससे सर्दी की शुरुआती दस्तक महसूस की जाएगी।
किसान और आमजन पर असर
बेमौसम बारिश से किसानों की चिंताएं बढ़ गई हैं। पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी यूपी के किसानों ने बताया कि खरीफ फसलों की कटाई पर असर पड़ रहा है।
विशेषज्ञों का कहना है कि अगर बारिश का सिलसिला लंबा चला, तो धान और गन्ने की फसल को नुकसान पहुंच सकता है।
वहीं, शहरी क्षेत्रों में जलभराव और ट्रैफिक की समस्या ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। दिल्ली, नोएडा और गुरुग्राम के कई निचले इलाकों में सोमवार रात जलभराव की स्थिति बनी रही।
कब थमेगी बारिश?
आईएमडी के अनुसार, 8 अक्टूबर से मौसम में सुधार शुरू होगा और 9 अक्टूबर तक अधिकांश हिस्सों में बारिश कम हो जाएगी।
हालांकि, उत्तर भारत में ठंडी हवाओं का असर अब लगातार बढ़ेगा, जिससे अक्टूबर के मध्य तक सुबह-शाम की सर्दी साफ महसूस होने लगेगी।
सावधानी के निर्देश
- पहाड़ी इलाकों में यात्रा करने से पहले मौसम का अपडेट देखें।
- भारी वर्षा और फिसलन भरे रास्तों से बचें।
- बिजली उपकरणों और पेड़ों से दूर रहें।
- बच्चों और बुजुर्गों को ठंड से बचाने के लिए गर्म कपड़ों का उपयोग करें।
अक्टूबर की यह बारिश भले ही कुछ असुविधाएं लेकर आई हो, लेकिन मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक यह सामान्य मौसमी परिवर्तन का हिस्सा है। हालांकि, पहाड़ी और मैदानी क्षेत्रों में इसके असर से सर्दी की शुरुआत इस बार थोड़ी जल्दी हो सकती है।