
गांधीनगर। गुजरात के महात्मा मंदिर में मंगलवार को केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने स्टार्टअप कॉन्क्लेव 2025 का भव्य उद्घाटन किया। गुजरात सरकार के शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित इस दो दिवसीय कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और उच्च शिक्षा मंत्री ऋषिकेश पटेल सहित बड़ी संख्या में उद्योग जगत और शिक्षा क्षेत्र से जुड़े प्रतिनिधि मौजूद रहे।
“भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा डिजिटल इकोसिस्टम”
अमित शाह ने अपने संबोधन में कहा कि बीते एक दशक में भारत का स्टार्टअप इकोसिस्टम मजबूत होकर दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा डिजिटल इकोसिस्टम बन चुका है। उन्होंने कहा—
“आपके विचार, आपका शोध और आपका साहस, इस डिजिटल इकोसिस्टम को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा।”
शाह ने उद्योग जगत को आह्वान करते हुए कहा कि युवा उद्यमियों के स्टार्टअप्स में निवेश करना चाहिए। उन्होंने जोर दिया कि कुछ ही स्टार्टअप्स पूरे उद्योग जगत के काम करने के तरीके को बदल सकते हैं और यह सहयोग भारत की आर्थिक संरचना को और सशक्त करेगा।
स्टार्ट-अप इंडिया से ‘जॉब सीकर’ से ‘जॉब गिवर’ बने युवा
गृह मंत्री ने याद दिलाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2016 में स्टार्ट-अप इंडिया अभियान शुरू किया था, जिसने भारतीय युवाओं को “नौकरी मांगने वालों से नौकरी देने वालों” में बदलने का सपना साकार किया। शाह ने कहा—
“मैं आत्मविश्वास से कह सकता हूं कि भारत, स्टार्टअप इकोसिस्टम को भरोसेमंद बनाने में दुनिया का सबसे तेजी से आगे बढ़ता हुआ देश है।”
उन्होंने बताया कि 2014 से 2024 के बीच भारत ने जिस तेजी से स्टार्टअप कल्चर को अपनाया है, उसने न केवल देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती दी है, बल्कि नवाचार और शोध को भी प्रोत्साहित किया है।
शिक्षा नीति से जुड़े स्टार्टअप्स को बढ़ावा
अमित शाह ने इस मौके पर नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) की भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि इसके तहत भारतीय ज्ञान प्रणाली के लिए अलग से एक रिसर्च विंग बनाई गई है। इससे प्राचीन पांडुलिपियों और परंपरागत ज्ञान को संरक्षित करने और आधुनिक तकनीक से जोड़ने का अवसर मिला है। शाह के अनुसार, यह पहल युवाओं को रिसर्च, इनोवेशन और स्टार्टअप्स में व्यापक अवसर प्रदान करेगी।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल का संबोधन
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कॉन्क्लेव को संबोधित करते हुए कहा—
“नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं। यह पर्व आदि शक्ति की उपासना का प्रतीक है और साथ ही यह शक्ति हमें नई ऊंचाइयों की ओर बढ़ने की प्रेरणा देती है।”
उन्होंने कहा कि गुजरात सरकार शिक्षा, नवाचार और उद्योग के बीच सेतु का काम कर रही है ताकि स्टार्टअप्स को बेहतर अवसर और मंच मिल सके।
गांधीनगर में आयोजित स्टार्टअप कॉन्क्लेव 2025 भारत के बढ़ते स्टार्टअप और डिजिटल इकोसिस्टम का जीवंत उदाहरण है। इस मंच ने न केवल युवाओं को अपने विचारों को साझा करने का अवसर दिया, बल्कि उद्योग और शिक्षा जगत को भी स्टार्टअप्स के साथ मिलकर नए भारत की दिशा तय करने का संदेश दिया।