Uttarakhand: धराली आपदा पर मुख्यमंत्री धामी की गंभीर निगरानी, राहत व बचाव कार्यों को मिले तेज़ निर्देश
आंध्र प्रदेश दौरा तत्काल निरस्त कर मुख्यमंत्री सीधे पहुँचे आपदा नियंत्रण केंद्र ▪ 130 से अधिक लोगों का सफल रेस्क्यू, सेना से मांगे गए अतिरिक्त हेलीकॉप्टर ▪ शैक्षणिक संस्थान बंद, प्रभावितों के भोजन, दवाइयों और रहने की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश

देहरादून | 05 अगस्त, 2025: उत्तरकाशी जनपद के हर्षिल क्षेत्र स्थित धराली गांव में बादल फटने से उत्पन्न हुई भीषण आपदा के बीच मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने आंध्र प्रदेश दौरे को तत्काल निरस्त करते हुए सोमवार शाम को देहरादून स्थित आईटी पार्क के राज्य आपदा परिचालन केंद्र पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा की।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि आपदा प्रभावित क्षेत्रों में युद्ध स्तर पर राहत कार्य संचालित किए जाएं। उन्होंने कहा कि “सरकार के लिए हर एक व्यक्ति की जान अमूल्य है।’’
बचाव अभियान और प्रमुख निर्देश
- अब तक 130 से अधिक लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है।
- SDRF, NDRF, ITBP और प्रशासनिक टीमों को समन्वय के साथ काम करने के निर्देश।
- MI-17 हेलीकॉप्टरों के सहयोग से एयरलिफ्टिंग की योजना बनाई गई।
- प्रभावितों को होटलों, होमस्टे आदि में तुरंत ठहराने, भोजन और दवाओं की व्यवस्था के निर्देश।
- नेताला मार्ग को रात्रि 8 बजे पुनः खोला गया, राहत दल मौके के लिए रवाना।
- सेना से अतिरिक्त हेलीकॉप्टर मांगे गए हैं और हर्षिल क्षेत्र में बनी झील को त्वरित रूप से खोलने के निर्देश दिए गए हैं।
संरचनात्मक व प्रशासनिक व्यवस्थाएं
- बिजली व संचार व्यवस्था को मंगलवार रात्रि तक बहाल करने के निर्देश।
- पीडब्ल्यूडी, जल संस्थान, ऊर्जा विभाग सहित सभी आवश्यक अधिकारी प्रभावित क्षेत्रों में डटे रहें।
- मौके पर ही पोस्टमार्टम व प्राथमिक चिकित्सा की व्यवस्था की जाए।
- मुआवजा वितरण प्रक्रिया तत्काल प्रारंभ करने के निर्देश।
- खाद्य और स्वास्थ्य विभाग की टीमें घटनास्थल को रवाना की गईं।
प्रभावित क्षेत्र में विशेष प्रशासनिक निगरानी
- धराली-हर्षिल क्षेत्र में आपातकालीन सेवाओं को छोड़कर सभी शिक्षण एवं अन्य संस्थान बंद करने के निर्देश।
- वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों के साथ सतत संवाद व झील संबंधी स्थितियों की समीक्षा।
- प्रभावितों से सतत संवाद बनाए रखने के लिए नेटवर्क शीघ्र बहाल करने के निर्देश।
- मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि आवश्यकता हो तो होटल अधिग्रहित कर शरणस्थल बनाएं जाएं।
नोडल अधिकारी नियुक्ति
- अपर सचिव डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट, श्री अभिषेक रोहिल्ला व गौरव कुमार को नोडल अधिकारी नामित।
- अपर सचिव विनीत कुमार को धराली में कैंप कर स्थायी निगरानी हेतु नियुक्त किया गया।
- गढ़वाल कमिश्नर श्री विनय शंकर पांडे को शासन स्तर पर आपदा का नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया।
उच्च स्तरीय बैठक
मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में आयोजित उच्च स्तरीय बैठक में प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु, डीजीपी श्री दीपम सेठ, सचिव शैलेश बगौली, पंकज पांडे, गढ़वाल कमिश्नर सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री ने दो टूक कहा कि “अगर किसी ने अपना परिवार खोया है तो सरकार उनके साथ खड़ी है, उनके पुनर्वास और जीवन यापन की पूरी जिम्मेदारी सरकार की है।”