
देहरादून, 4 अगस्त: प्रदेशभर में हो रही मूसलाधार बारिश के बीच भी देहरादून कलेक्ट्रेट परिसर में सोमवार को जनसुनवाई कार्यक्रम के दौरान जनसैलाब उमड़ पड़ा। जिलाधिकारी सविन बंसल की अध्यक्षता में आयोजित जनदर्शन में कुल 116 शिकायतें दर्ज की गईं, जिनमें जमीन विवाद, स्वास्थ्य सेवाओं की अनियमितताएं, बैंक लोन विवाद, सामाजिक सुरक्षा और स्थानीय विकास से जुड़ी समस्याएं प्रमुख रहीं।
फर्जी बिलिंग प्रकरण में वेलमेड अस्पताल पर शिकंजा कसने की तैयारी
जनसुनवाई में अरुण गोयल नामक व्यक्ति ने वेलमेड अस्पताल पर आयुष्मान योजना के तहत फर्जी बिलिंग और झूठी जांच रिपोर्ट के आधार पर राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण से भुगतान लेने का आरोप लगाया। जिलाधिकारी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए मुख्य चिकित्साधिकारी से रिपोर्ट तलब की और क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट के तहत कार्रवाई के निर्देश दिए।
बुजुर्गों और महिलाओं के प्रति संवेदनशील दिखा प्रशासन
- महेंद्र सिंह, जिनका 58.50 लाख में भवन क्रय करने के बाद भी विक्रेता से कब्जा नहीं मिला, उन्हें रेंट कंट्रोल एक्ट के तहत कानूनी संरक्षण दिया गया।
- एक विधवा यशोदा ने पति की मृत्यु के बाद बैंक से जुड़ी लोन की परेशानियों को साझा किया, जिस पर डीएम ने डीसीबी प्रबंधक को तलब किया और रिपोर्ट मांगी।
- शबाना परवीन नामक वृद्ध महिला ने ऋण माफी की मांग की, जिसे जिलाधिकारी ने 10 अगस्त तक जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
लापता बहू-पोते पर तत्काल FIR के निर्देश
ग्राम सकनाई निवासी एक बुजुर्ग ने अपनी बहू और पोते के एक वर्ष से लापता होने की शिकायत की। डीएम ने मौके पर ही एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए।
स्थानीय विकास की मांगों पर भी हुआ त्वरित संज्ञान
- चकराता के भटाड़-छौटाड़ गाँव में आपदा से क्षतिग्रस्त मकान और सड़क की मरम्मत को लेकर कार्यवाही के निर्देश दिए गए।
- बद्रीश कॉलोनी और शिवलोक कॉलोनी में सुरक्षा और संरचनात्मक सुधार की मांगों पर एमडीडीए, नगर निगम और पुलिस विभाग को समन्वित कार्रवाई के निर्देश दिए गए।
प्रभावी समन्वय, ऑन-स्पॉट समाधान
जनदर्शन में कई मामलों का निस्तारण तत्काल अधिकारियों की उपस्थिति में किया गया। जिन मामलों में तत्काल कार्रवाई संभव नहीं थी, उनमें संबंधित विभागों को निर्धारित समयसीमा में कार्रवाई कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा गया।
अधिकारियों की मौजूदगी:
कार्यक्रम में अपर नगर आयुक्त रज़ा अब्बास, पुलिस अधीक्षक यातायात लोकजीत सिंह, मुख्य शिक्षा अधिकारी विनोद कुमार ढौंडियाल, एलडीएम राजीव भाटिया, एमडीडीए, सिंचाई, लोनिवि व अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
बारिश के बावजूद जनदर्शन में उमड़ी भीड़ ने यह स्पष्ट कर दिया कि जन-विश्वास अब ब्यूरोक्रेसी के जवाबदेह और संवेदनशील रवैये की ओर बढ़ रहा है। डीएम सविन बंसल की यह पहल न सिर्फ शिकायतों के समाधान का माध्यम बन रही है, बल्कि प्रशासनिक संवेदनशीलता की नई मिसाल भी कायम कर रही है।