
देहरादून | मई 2025 – देश में एक बार फिर से कोविड-19 के मामले बढ़ते देख उत्तराखंड सरकार और स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह अलर्ट मोड पर आ गया है। विशेषकर चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की कोविड जांच अनिवार्य कर दी गई है। साथ ही, जांच के दौरान लक्षण मिलने पर श्रद्धालुओं को क्वारंटाइन करने की व्यवस्था भी की गई है।
हाल ही में महाराष्ट्र, तमिलनाडु और केरल से कोरोना के केस तेजी से सामने आए हैं। इसी बीच उत्तराखंड में बाहर से आए तीन यात्रियों की कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने स्थिति को गंभीरता से लिया है।
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हर दिन 65-70 हजार श्रद्धालु चारधाम यात्रा पर पहुंच रहे हैं।
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कई जिलों में
एंटीजन और आरटी-पीसीआर किट की कमी सामने आई है।
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देहरादून CMO ने 1000 एंटीजन और 200 RT-PCR किट खरीदने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
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स्वास्थ्य निदेशालय ने सभी जिलों को तीन गुना किट स्टॉक रखने के निर्देश दिए हैं।
स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. सुनीता टम्टा ने बताया कि:
“हेल्थ स्क्रीनिंग प्वाइंट्स पर लक्षण वाले श्रद्धालु की पहले एंटीजन जांच होगी, और पॉजिटिव आने पर RT-PCR टेस्ट किया जाएगा। इस दौरान यात्रा की अनुमति नहीं दी जाएगी और श्रद्धालु को क्वारंटाइन किया जाएगा।”
🧓 50 वर्ष से अधिक उम्र वालों की विशेष स्क्रीनिंग
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50 वर्ष से ऊपर के सभी यात्रियों की अनिवार्य जांच की जा रही है।
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कोविड जैसे लक्षण (सर्दी, जुकाम, बुखार) वाले यात्रियों को मास्क पहनने, दूरी बनाए रखने और जांच कराने की सलाह दी गई है।
स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. टम्टा ने सभी यात्रियों से अपील की:
✔ अगर बुखार, सर्दी, जुकाम हो तो मास्क लगाएं।
✔ भीड़भाड़ से बचें, सोशल डिस्टेंसिंग रखें।
✔ समय-समय पर हाथ धोएं।
✔ फ्लू लक्षण हों तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
उत्तराखंड के धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज ने कहा:
“स्वास्थ्य विभाग की जो भी गाइडलाइन होगी, उसी का पालन किया जाएगा। श्रद्धालुओं से अनुरोध है कि यात्रा शुरू करने से पहले जांच करवा लें और पूरी सावधानी बरतें।”
चारधाम यात्रा पर कोविड का साया मंडराने लगा है। उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग और सरकार ने सख्ती से जांच और स्क्रीनिंग की तैयारी की है। श्रद्धालुओं से अपील है कि वे सतर्क रहें और गाइडलाइंस का पालन करें ताकि यात्रा निर्विघ्न और सुरक्षित हो सके।