
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) ने जाति जनगणना को एक अहम बयान दिया है। संघ ने इसे संवेदनशील बताते हुए कहा है कि इसका इस्तेमाल चुनाव और राजनीतिक उद्देश्यों के लिए नहीं किया जाना चाहिए। देश की एकता और अखंडता के लिए इसे बेहद गंभीरता से लिया जाना चाहिए। संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आम्बेकर ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह बात कही।
केरल के पलक्कड़ में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के राष्ट्रीय समन्वय सम्मेलन में जाति जनगणना के मुद्दे पर भी चर्चा हुई। सुनील आम्बेकर ने कहा, ‘मुझे लगता है कि, आरएसएस सोचता है कि वेलफेयर एक्टिविटीज के लिए जो समाज पीछे है उसे उसकी स्पेशल अटेंडेंस चाहिए, यह सिर्फ उस समाज और जाति के लिए है ,इसका इस्तेमाल चुनावी राजनीति के लिए नहीं होनी चाहिए।