दुनिया की सबसे बड़ी टेक कंपनी Google ने फिर से कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है. गूगल की पेरेंट कंपनी अल्फाबेट अपनी ग्लोबल रिक्रूटमेंट टीम में से फिर से छंटनी कर रहा है. अल्फाबेट ने बीते कुछ समय से भर्तियों को थोड़ा कम किया हुआ है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार हाल ही में कंपनी ने जो सैंकड़ों लेऑफ किए हैं, वो व्यापक पैमाने पर हुई छंटनी का हिस्सा नहीं है. वैसे कंपनी रिक्रूटमेंट में कुछ पोस्ट को बनाए रखेगा ताकि रिक्रूटमेंट प्रोसेस लगातार चलता रहे. इस फैसले के बाद गूगल दुनिया की पहली ऐसी टेक कंपनी बन गई है, जिसने इस तिमाही में लेऑफ किया है. इससे पहले फेसबुक, माइक्रोसॉफ्ट और अमेजन जैसी बड़ी कंपनियों ने 2023 की शुरुआत में बड़े पैमाने पर लेऑफ किया था.
अल्फाबेट ने इससे पहले जनवरी में हजारों कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया था. आंकड़ों के अनुसार कंपनी ने 12,000 लोगों की छंटनी की थी. जिसके बाद कंपनी के कुल वर्कफोर्स में 6 फीसदी की कमी आ गई थी. कंपनी के पास 30 जून 1,81,798 कर्मचारी थे. इंप्लॉयमेंट फर्म चैलेंजर, ग्रे एंड क्रिसमस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका में नौकरी से निकाले जाने का सिलसिला जुलाई से अगस्त के बीच में गुना बढ़ गया. वहीं एक साल पहले की तुलना में इसमें करीब चार गुना का इजाफा हुआ है. अर्थशास्त्रियों के अनुमान के अनुसार 8 सितंबर को समाप्त सप्ताह में बेरोजगारी में लगभग 9 फीसदी का इजाफा होगा, जो पिछले सात दिनों की अवधि में 13,000 कम होकर 2,16,000 पर पहुंच गई है.
छंटनी के बाद मौजूदा और पूर्व कर्मचारियों की ओर से सुंदर पिचाई की आलोचना की जा रही है. कर्मचारियों ने कहा रोतोंरात कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है. जनवरी के बाद से गूगल ने प्रतिद्वंद्वियों के साथ प्रतिस्पर्धा करने के लिए खुद के AI पर काम करना शुरू कर दिया है. टेक्नोलॉजी को शामिल करने के लिए अपने अधिकांश प्रोडक्ट्स को अपडेट किया है और एक चैटबॉट, बार्ड पेश किया है. नए प्रकार के एआई को डेवलप करना और चलाना बहुत महंगा है, और कंपनी ने निवेशकों से कहा है कि वह अपने निवेश की लागत की भरपाई करने के तरीकों की तलाश करेगी.