
देहरादून/खटीमा: कारगिल विजय दिवस की पूर्व संध्या पर उत्तराखंड सरकार ने वीर सैनिकों को एक बड़ा सम्मान देते हुए परमवीर चक्र विजेताओं की एकमुश्त अनुदान राशि ₹50 लाख से बढ़ाकर ₹1.5 करोड़ करने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यह ऐलान खटीमा में आयोजित सैनिक सम्मान समारोह में किया।
यह ऐतिहासिक निर्णय मुख्यमंत्री के पिता स्वर्गीय सूबेदार शेर सिंह धामी की पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित समारोह के दौरान लिया गया। मुख्यमंत्री ने सैनिक कल्याण विभाग के प्रस्ताव को अनुमोदन देते हुए कहा कि सरकार सैनिकों और उनके परिवारों के कल्याण के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
📌 क्या बदला है?
श्रेणी | पहले | अब |
---|---|---|
परमवीर चक्र विजेता को अनुग्रह अनुदान | ₹50 लाख | ₹1.5 करोड़ |
वार्षिक अनुदान | ₹3 लाख (यथावत) | ₹3 लाख (यथावत) |
🔹 पहले भी हो चुकी है बढ़ोतरी
- जून 2022 तक परमवीर चक्र विजेताओं को ₹30 लाख मिलते थे।
- 10 जून 2022 को कैबिनेट द्वारा इसे ₹50 लाख किया गया।
- 14 जुलाई 2022 को इस पर शासनादेश जारी हुआ।
- अब जुलाई 2025 में, राशि को बढ़ाकर ₹1.5 करोड़ कर दिया गया है — यानी सीधे ₹1 करोड़ की वृद्धि।
🗨️ सीएम धामी का बयान:
“हमारे देश की सीमाएं हमारे वीर सैनिकों के शौर्य, साहस और बलिदान के कारण सुरक्षित हैं। ऐसे में प्रत्येक नागरिक का यह कर्तव्य है कि वह सैनिकों की वीरता, समर्पण और बलिदान का सम्मान करे।”
“उत्तराखंड न केवल देवभूमि है, बल्कि वीरभूमि भी है, जिसने देश को अनेक वीर सैनिक दिए हैं। राज्य सरकार सैनिकों और उनके परिवारों के हितों की रक्षा के लिए निरंतर ठोस और प्रभावी निर्णय ले रही है।”
— पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री, उत्तराखंड
🔎 संदेश क्या है?
इस कदम को उत्तराखंड को सैन्य सम्मान नीति में अग्रणी राज्य बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास माना जा रहा है। यह केवल आर्थिक सहयोग नहीं, बल्कि वीरों के बलिदान के प्रति समाज और सरकार की सामूहिक कृतज्ञता का प्रतीक है।
🟠 विशेषज्ञों का मानना है कि यह निर्णय आने वाले समय में अन्य राज्यों के लिए भी एक प्रेरक मॉडल बन सकता है, खासकर ऐसे राज्यों के लिए जो सैन्य पृष्ठभूमि वाले हैं।