
नई दिल्ली | 23 दिसंबर, 2025 देश की राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाकों (NCR) में कड़ाके की ठंड के साथ अब जानलेवा प्रदूषण का डबल अटैक हुआ है। मंगलवार सुबह दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI Level) एक बार फिर ‘गंभीर’ (Severe) श्रेणी में दर्ज किया गया। घने कोहरे और जहरीले स्मॉग की चादर ने पूरी दिल्ली को अपनी आगोश में ले लिया है, जिससे विजिबिलिटी कम होने के साथ-साथ लोगों का सांस लेना दूभर हो गया है।
दिल्ली के इन इलाकों में ‘रेड अलर्ट’, आनंद विहार सबसे प्रदूषित
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के ‘समीर ऐप’ के आंकड़ों के मुताबिक, मंगलवार सुबह 6 बजे दिल्ली का औसत AQI 413 दर्ज किया गया। पिछले 24 घंटों में प्रदूषण के स्तर में भारी उछाल देखा गया है। सोमवार को जहां औसत AQI 373 था, वहीं मंगलवार सुबह तक इसने 400 के मनोवैज्ञानिक आंकड़े को पार कर लिया।
प्रमुख इलाकों का हाल:
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आनंद विहार: 463 (सबसे गंभीर)
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जहांगीरपुरी: 445
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मुंडका: 447
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अशोक विहार: 443
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आईटीओ (ITO): 434
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बवाना: 428
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चांदनी चौक: 423
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अलीपुर: 408
नोएडा और गुरुग्राम में भी हालात बेकाबू
प्रदूषण का असर केवल दिल्ली तक सीमित नहीं है। दिल्ली से सटे यूपी के नोएडा और हरियाणा के गुरुग्राम में भी हवा की गुणवत्ता ‘खतरनाक’ स्तर पर पहुंच गई है। नोएडा का औसत AQI मंगलवार सुबह 424 दर्ज किया गया।
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नोएडा सेक्टर-1: यहां AQI का स्तर 460 तक पहुंच गया है, जो स्वास्थ्य के लिहाज से बेहद जोखिम भरा है।
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नोएडा सेक्टर-125: 420 AQI दर्ज।
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गुरुग्राम सेक्टर-51: यहां भी हवा 400 के पार ‘गंभीर’ श्रेणी में बनी हुई है।
मौसम का मिजाज: वेस्टर्न डिस्टरबेंस और घने कोहरे की मार
मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, वर्तमान में दिल्ली-NCR में एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस (Western Disturbance) सक्रिय है। इसके प्रभाव से हवा की गति मंद पड़ गई है और नमी का स्तर बढ़ गया है। नमी के कारण धूल के कण और धुआं जमीन की सतह के पास ही जम गए हैं, जिससे स्मॉग (Smog) की गहरी परत बन गई है। सोमवार को दिल्ली के 39 में से 12 केंद्रों ने वायु गुणवत्ता के ‘गंभीर’ होने का संकेत दिया था, जो आज बढ़कर लगभग सभी केंद्रों तक फैल गया है।
कब मिलेगी राहत? 25 दिसंबर पर टिकी नजरें
दिल्लीवासियों के लिए राहत की खबर यह है कि मौसम विभाग ने 25 दिसंबर से हालात सुधरने की उम्मीद जताई है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, 25 दिसंबर को दिल्ली-NCR में हवा की गति बढ़कर 25 किलोमीटर प्रति घंटा हो सकती है। तेज हवाएं चलने से वातावरण में जमे प्रदूषक कण (Pollutants) बिखर जाएंगे, जिससे AQI में गिरावट दर्ज की जा सकती है। हालांकि, तब तक ठंड और कोहरे का सितम जारी रहने का अनुमान है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों की चेतावनी: बाहर निकलने से बचें
डॉक्टरों ने इस जहरीली हवा को लेकर गंभीर चेतावनी जारी की है। विशेषज्ञों का कहना है कि 400 से ऊपर का AQI स्वस्थ लोगों को भी बीमार कर सकता है, जबकि पहले से फेफड़ों या हृदय की बीमारी से जूझ रहे लोगों के लिए यह जानलेवा हो सकता है।
सावधानी के उपाय:
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सुबह और शाम की सैर (Morning/Evening Walk) से बचें।
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घर से बाहर निकलते समय N-95 मास्क का अनिवार्य रूप से प्रयोग करें।
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आंखों में जलन होने पर साफ पानी से धोएं।
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बच्चों और बुजुर्गों को घर के अंदर ही रखने का प्रयास करें।
निष्कर्ष
दिल्ली-NCR में प्रदूषण की समस्या एक बार फिर गंभीर चुनौती बनकर उभरी है। ग्रैप (GRAP) के कड़े चरणों के लागू होने के बावजूद प्रकृति और स्थानीय कारकों का तालमेल जनता की सेहत पर भारी पड़ रहा है। अब सबकी नजरें 25 दिसंबर की तेज हवाओं पर हैं, जो इस ‘गैस चैंबर’ से राहत दिला सकती हैं।



