लाल किले से गूंजेगी आज़ादी की शान: पीएम मोदी फहराएंगे तिरंगा, खास मेहमानों के बीच सुरक्षा के सख़्त घेरे में होगा ऐतिहासिक समारोह
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे 79वें स्वतंत्रता दिवस समारोह का नेतृत्व, 1,500 विशेष आमंत्रित — स्वतंत्रता सेनानियों के परिजन से लेकर किसानों, खिलाड़ियों और वैज्ञानिकों तक

नई दिल्ली। देश इस साल 15 अगस्त 2025 को अपना 79वां स्वतंत्रता दिवस धूमधाम से मनाने जा रहा है। राजधानी दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले पर होने वाले इस मुख्य समारोह का नेतृत्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। प्रधानमंत्री सुबह साढ़े सात बजे लाल किले की प्राचीर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराकर देशवासियों को संबोधित करेंगे। इस मौके पर देशभर से आए विशिष्ट अतिथि, सुरक्षा बलों के जवान, स्कूली बच्चे और विभिन्न राज्यों के प्रतिनिधि शामिल होंगे।
कार्यक्रम की शुरुआत और समय-सारणी
- सुबह 7:00 बजे – प्रधानमंत्री का लाल किले पर आगमन
- 7:05 बजे – गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण
- 7:10 बजे – राष्ट्रीय ध्वज फहराना और 21 तोपों की सलामी
- 7:12 बजे – राष्ट्रगान और तीनों सेनाओं के बैंड की प्रस्तुति
- 7:20 बजे से 8:00 बजे तक – प्रधानमंत्री का राष्ट्र को संबोधन
- 8:05 बजे से – सांस्कृतिक कार्यक्रम और परेड की झलकियां
कौन होंगे विशेष अतिथि
इस बार समारोह में प्रधानमंत्री की “विशेष अतिथि पहल” के तहत देश के अलग-अलग हिस्सों से लगभग 1,500 “विशिष्ट नागरिक” (Special Invitees) को आमंत्रित किया गया है। इनमें शामिल हैं:
- स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिजन
- विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देने वाले शिक्षक, किसान और वैज्ञानिक
- फिट इंडिया अभियान के तहत प्रेरक कार्य करने वाले खिलाड़ी
- महिला सशक्तिकरण में अहम भूमिका निभाने वाली महिलाएं
- दिव्यांगजन और सामाजिक कार्यकर्ता
इसके अलावा, इस वर्ष G20 देशों के राजनयिक प्रतिनिधि भी समारोह में शामिल होंगे, जिससे यह आयोजन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी खास महत्व रखेगा।
सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम
दिल्ली पुलिस, एनएसजी, एसपीजी और पैरामिलिट्री बलों ने लाल किले और आसपास के पूरे इलाके को सुरक्षा के घेरे में ले लिया है।
- ड्रोन और एंटी-ड्रोन तकनीक तैनात की गई है
- सीसीटीवी कैमरों से रियल-टाइम मॉनिटरिंग
- आसपास के इलाकों में स्नाइपर्स और क्विक रिस्पॉन्स टीम
- मेट्रो और बस स्टैंड पर सख़्त जांच
- प्रवेश के लिए केवल डिजिटल पास और आरएफआईडी तकनीक का इस्तेमाल
लाल किले की साज-सज्जा
लाल किले को पर्यावरण-अनुकूल LED लाइट्स और फूलों से सजाया गया है। मुख्य मंच पर भारत की विविधता को दर्शाने वाले पारंपरिक डिजाइन बनाए गए हैं। प्रवेश द्वार से लेकर प्राचीर तक हर हिस्से में स्वच्छता और सौंदर्यीकरण का विशेष ध्यान रखा गया है।
जनभागीदारी पर जोर
सरकार ने इस बार समारोह को जनभागीदारी मॉडल पर केंद्रित किया है, जिसमें हर नागरिक को स्वतंत्रता दिवस की तैयारियों और उत्सव से जोड़ने के लिए ‘हर घर तिरंगा’ अभियान को प्रोत्साहित किया जा रहा है। इसके तहत देशभर में लाखों लोग सोशल मीडिया पर तिरंगा सेल्फी साझा कर रहे हैं।
कड़ी निगरानी के बीच ऐतिहासिक पल का इंतजार
राजधानी में सुरक्षा और सजावट की चमक के बीच अब सभी की निगाहें 15 अगस्त की सुबह पर टिकी हैं, जब प्रधानमंत्री लाल किले से देश को संबोधित करेंगे। यह संबोधन न केवल पिछले वर्ष की उपलब्धियों और आने वाले वर्षों की योजनाओं पर केंद्रित होगा, बल्कि इसमें ‘विकसित भारत 2047’ के विज़न की झलक भी देखने को मिलेगी।
देशवासियों के लिए यह दिन सिर्फ एक औपचारिक आयोजन नहीं, बल्कि आज़ादी के अमूल्य संघर्ष, बलिदान और गौरव की याद दिलाने वाला राष्ट्रीय उत्सव है।